राजस्थान सरकार एक तरफ तो सियासी उठा पटक से जूझ रही है…. वहीं दूसरी ओर कई संघ भी सरकार को घेरने की तैयारी में जुटे हैं क्योंकि घोषणा पत्र में बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आई कांग्रेस ने अभी तक वादे पूरे नहीं किए हैं जिसको लेकर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत द्वारा एक बैठक का आयोजन कियागया जिसमें उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया उन्होंने एक दर्जन से ज्यादा मांगे सरकार को याद दिलाने के लिए मांग पत्र भी तैयार किया है जिसमें खासकर संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग वेतन विसंगति दूर करने की मांग और साथ ही कर्मचारियों की ग्रेड पे कटौती का भुगतान करने जैसी मुख्य मांगे पर चर्चा की… फिलहाल महासंघ द्वारा गांधीवादी तरीके से अपना विरोध दर्ज किया जाएगा और अगर जल्द ही कोई उचित कदम नहीं उठाया जाएगा सरकार द्वारा तो आंदोलन की तैयारी की जाएगी…. जिसकी जानकारी अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष केसर सिंह चंपावत ने बताया…. उन्होंने कहा चुनाव के समय खुद अशोक गहलोत साहब ने वादा किया था लेकिन अब वह अपने वादे को भूल गए हैं।