त्रिपुरा में भारत बांग्लादेश की सीमा के पास हुए उग्रवादी हमले में पानीपत के हर गांव के रहने वाले 56 वर्षीय भुरू सिंह शहीद हो गए और वीरगति को प्राप्त हो गए। मंगलवार की सुबह भुरू सिंह ड्यूटी के दौरान गस्त के लिए निकले थे वही पर धात लगाए बैठे उग्रवादियों संगठन के कुछ सदस्यों ने उन पर और उनके साथी पर हमला कर दिया जिसमें भुरू सिंह सहित एक बीएसएफ का जवान और शहीद हो गया।
56 वर्षीय भुरू सिंह बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। जैसे ही आज भुरू सिंह का पार्थिव शरीर उनकी पैतृक भूमि गांव अहर में पहुंचा तो जिले व आसपास के गांव के लोगों ने भुरू सिंह अमर रहे भारत माता की जय के नारे लगाए और उनकी सांस्कारिक यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। और राजकीय सम्मान के साथ शहीद भुरू सिंह का अंतिम संस्कार किया गया।
भले ही भुरू सिंह देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त को गए लेकिन उनका परिवार अभी भी देश की सेवा कर रहा है, आपको बता दे कि शहीद भुरू सिंह का छोटा बेटा ओर पुत्रवधु भी बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पास पर तैनात है और देश की सेवा कर रहे है। ओर शहीद भुरू सिंह का बड़ा बेटा रविंदर निजी कंपनी में काम करता है। शहीद भुरू सिंह की पत्नी का हो चुका है निधन।
जैसे ही आज शहीद भुरू सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में पहुंचा तो मौसम ने करवट ली और बारिश शुरू हो गई, जिससे उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए सभी लोग भीग गए, ओर ना गांव की शिव पूरी में उनका संस्कार करने ले लिए कोई सेड मिला जिस कारण खुले आसमान के नीचे ही बारिश में उनका संस्कार करना पड़ा, ओर सांस्कारिक यात्रा में शामिल हुए लोगो ने इसको गांव ले लोगो ओर पंचायत को जिम्मेदार ठहराया।